ई-मार्केटिंग क्या है? (what is E-Marketing )
आज के इस पोस्ट में हम लोग जानेंगे e-marketing क्या है। e-marketing कैसे की जाती हैं। और e-marketing के बारे में विस्तार पूर्वक हम लोग जानेंगे की आखिरी ई-मार्केटिंग क्या होती है।
बहुत से ही लोग e-marketing के बारे मे जानते भी होंगे जो लोग नहीं जानते हैं। उनको तो बताना पड़ेगा की e-marketing क्या होती है। इसे कैसे की जाती है इसमें क्या-क्या खूबियां है क्या क्या नुकसान है।
सबसे पहले जानेंगे कि e-marketing क्या है। इससे कौन-कौन से नामों से पुकारा जाता है। मतलब कि। e-marketing का दूसरा भी नाम हो सकता है। जो आपको पता नहीं होगा उसको बारे में भी जान लेते हैं।
e-marketing को बहुत से नामों से पुकारा जाता है जैसे कि internet marketing, web marketing, digital marketing, online marketing etc नामों से हम लोग e-marketing के बारे में जानते हैं।
e-marketing का मतलब क्या होता है। वह भी तो जाना जरूरी है ई मार्केटिंग का मतलब होता है कि इंटरनेट द्वारा अपने घर बैठे कोई भी एक्टिविटी की जाती है। जैसे कि ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट कराना प्रोडक्ट सेल करना ऑनलाइन online customer से बातचीत करना।
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e-marketing कहलाती है।
e-marketing में internet का उपयोग करके आप किसी प्रोडक्ट को या सेवा को आस्थान त्रित करते हैं। वह सब भी e-marketing में ही आता है e-marketing मेंसिर्फ email marketing हे नहीं बहुत सारे मार्केटिंग आते हैं। उनके कुछ नाम जो इस प्रकार हैं।
email marketing, online marketing, digital marketing और भी जितने वायरलेस मार्केटिंग की जाती है। वह सब भी ई मार्केटिंग में ही आते हैं।
e-marketing के परकार ( types of e-marketing )
अब हम लोग इस पैराग्राफ में जानेंगे e-marketing के कितने प्रकार होते हैं। और उनके सारे प्रकार को विस्तारपूर्वक जानेंगे कोई ऐसा वर्ड नहीं छोड़ेंगे जो e-marketing से रिलेटेड हो तो चलिए पोस्ट को स्टार्ट करते हैं। और आप लोग लगता है ऐसे ही रीड करते रहिए तो हमें मोटिवेशनल मिलता रहेगा।
e-mail marketing
E-mail के माध्यम से मार्केटिंग की जाती है। जो सबसे पहले नंबर पर आती है। इसके बिना कोई कंपनी काम नहीं कर सकती हैं। मतलब कि e-marketing बहुत ही जरूरी है। email marketing कैसे काम करती हैं। इसके बारे में मैं विस्तारपूर्वक बता रहा हूं। अब ध्यान से इस पैराग्राफ को पढियेगा।
आजकल email marketing की मांग बढ़ गई है। क्योंकि कोई भी कंपनी को सूचना पहुंचाना होता है। या तो कस्टमर के पास या कोई अपने ही स्टाफ के पास तो एक email marketing के थ्रू ही पहुंचाते हैं।
इसलिए email marketing की बहुत ज्यादा मांग बढ़ गई है। आपको भी पता होगा ईमेल मार्केटिंग के बारे में हम लोग तो नॉर्मल ईमेल आईडी यूज करते हैं। तो हमें क्या पता होगा email marketing के बारे में।
Search Engine Optimisation ( SEO )
ई मार्केटिंग में बहुत ही खास स्थान रखता है। सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन या seo आपको पता ही होगा कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से क्या होता है अगर पता नहीं होता है। तो अभी जान लेते हैं।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन क्या होता है। इसका यूज हम अपने साइड को सबसे ऊपर या गूगल के पहले पेज में अपने वेबसाइट को लाने के लिए करते हैं। बहुत सारे इस पर कंपनी है जो आपको seo करके देती हैं। ओर उसकी मदत से आप अपने वेबसाइट को ऐसा ई से रैंक करवाते है।
और जैसे कि google में आप ने search किया किसी पार्टी कूलर keyword पर और सबसे फर्स्ट पेज पर जो रिजल्ट आएगा। वह वेबसाइट हो गए कोई एक नंबर कोई दो नंबर दो कोई तीन नंबर ऐसे रंग करती हैं।
लेकिन उनको बचाने के लिए हम लोग शिव का प्रयोग करते हैं । और अच्छे से seo का प्रयोग करेंगे तो हम लोगों को पछाड़ सकते हैं। ऐसी बहुत सारी कंपनियां है। जो आपको seo tool प्रोवाइड करती है।
जिसकी मदद से आप उस पार्टिकुलर keywords पर जो rank कर रही है। वेबसाइट उसको पहचानने में मदद कर सकती हैं। जैसे कि उसका backlink कितना है। वह कहां कहां से back link बनाए हैं।
यह बता देती हैं, तो आप वहां वहां back link बना लेते हैं उससे अधिक back link बना सकते हैं। उसका content कितना है। इसकी मदद से आप उससे ज्यादा content लिखते हैं। और rank करने की कोशिश करते हैं।
उस साइड के पोस्ट में कितने फोटो लगाया हुआ है। आप भी उसके बराबर भी फोटो लगाकर rank करने की कोशिश करते हैं। उसकी domain authority कितनी है। और आप उनके अनुसार अपने वेबसाइट के domain authority बढ़ाने में लग जाते हैं।
और भी बहुत सारे seo tool आते हैं। जिसकी वजह से कुछ लोग के वेबसाइट को rank करा लेते हैं। अगर आप भी seo करना सीख जाते हैं। आपकी साइड उन keyword के ऊपर rank करेगी।
जिससे आपको अच्छा खासा ट्रैफिक मिलेगा ट्रैफिक मिलेगा।तो आप भी अच्छा रेवेन्यू जनरेट कर सकते हैं। और अच्छा खासा पैसा भी चैट कर सकते हैं। इस टॉपिक पेर मैं अलग से पोस्ट लिख दूंगा।
सोशल मीडिया ( social media )
सोशल मीडिया के बारे में आप सभी जानते ही है। जैसे facebook, twitter, linkedin, instagram, whatsapp etc सोशल मीडिया है। सोशल मीडिया के थ्रू ई मार्केटिंग होती हैं। सोशल मीडिया के थ्रू अपनी बात को आप बहुत सारे लोगों तक पहुंचा सकते हैं। क्या आपको पता है। कि सोशल मीडिया से भी ई मार्केटिंग हो रही है।
जैसा आपको देखते ही होंगे कि फेसबुक पर आप अपने पोस्ट को देख रहे होते तो बीच-बीच में ऐड भी आते रहते हैं। जिन्हें भी आप देख लेते हैं। सोशल मीडिया से भी ई मार्केटिंग में आ जाता है।
Youtube
यूट्यूब के तो बारे बारे में तो आप लोग जानते ही होंगे कि यूट्यूब क्या है। यूट्यूब एक वीडियो पब्लिशर का काम करता है। जिस पर आप अपने वीडियो को अपलोड कर सकते हैं। वीडियो को देख सकते हैं।
लेकिन आपको पता नहीं होगा कि इस वीडियो के ही थ्रू डिजिटल मार्केटिंग मार्केटिंग ऑनलाइन मार्केटिंग सब होती है। यूट्यूब दुनिया भर में फैला हुआ है। आप किसी का भी मोबाइल लेकर देख सकते हैं।
हर किसी मोबाइल में मिल जाएगा आपको यूट्यूब और हर लोग यूट्यूब पर वीडियो देखते रहते हैं। इसी यूट्यूब माध्यम से आप अपने प्रोडक्ट को कस्टमर के बीच में प्रत्यक्ष रुप से प्रदर्शित कर सकते हैं।
यूट्यूब पर बहुत ज्यादा ही भीड़ रहती है। कहने का मतलब है। कि यहां पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक रहती है। इसके चलते आप यहां पर एडवर्टाइजमेंट कराते हैं। तो बहुत जल्दी ही आपकी एडवर्टाइजमेंट कस्टमर ओं के बीच में पहुंच जाती है।
Affiliate marketing
affiliate marketing के बारे में बहुत से लोगों को पता होगा खासकर उन लोगों को पता होगा जिनके पास से वेबसाइट होगी और युटुब चैनल होगा। वह तो प्लेट मार्केटिंग को विस्तार पूर्वक तो जानते ही होंगे मुझे पूरा विश्वास होगा। वह लोग affiliate marketing के बारे में जरूर जानते होंगे।
affiliate marketing क्या होता है। इसके बारे में जानेंगे बहुत सारी कंपनी आपको affiliate marketing करने को मौका देती हैं। जैसे कि अमेजॉन फ्लिपकार्ट पेटीएम इत्यादि कंपनी है।
जो आपको अपडेट मार्केटिंग करने को मौका देती है। और affiliate marketing मतलब होता है। कि आप अगर उनके किसी प्रोडक्ट को बेचवा देते हैं। तो आपको वह कमीशन के रूप में पैसे देती हैं।
हर प्रोडक्ट पर अलग-अलग कमीशन होता है। जिसको बेचवा आने पर आपको कमीशन मिल जाता है।